भगवान जो भी करते हैं अच्छे के लिए करते हैं ... एक बार की बात है, एक गाँँव में एक किसान रहता था वो सब्जियाँ , फल, लगाता था और उनको बेच कर अपना परिवार पालता था । और जो भी वह उगाता था उसे उस गाँव के राजा को देता था, वह किसान प्रतिदिन राजा के पास कुछ ना कुछ ले कर जाता था । एक दिन किसान के बगीचे में बहुत सारे फल एक साथ लग गये थे तो वो सोचने लगा की आज मैं राजा जी के लिये क्या ले कर जाऊ कौन सा फल ले कर जाऊ ये सोच रहा था और उसने अपने बागीचे से अंगूर तोड़ा और वही राजा जी के लिये ले कर जाने लगा और रास्ते भर सोचता रहा की मैं केवल अंगूर ही अकेला ले कर जा रहा हूँँ। मुझे थोड़े थोड़े सारे फल ले लेने थे राजा जी के लिये और ऐसे ही सोचते सोचते राजा के महल पहुँँच जाता है, हमेशा की तरह राजा के सिंहासन पर ले जा कर वो फल रख देता है और वही बैठ जाता है, राजा आते है और फिर वह किसी सोच में डूबे रहते है तो वो एक अंगूर का दाना खाते और एक किसान के सिर पर मारते थे और वो किसान हसते हुये कहता भगवान जो भी करते हैं अच्छे के लिए करते हैं ... फिर राजा एक अंगूर खाता और एक किसान के सिर पर मारता औ...