मुशीबत का रोना छोड़ो और समस्या को हल करना शुरू करो... Motivational Stories
मुशीबत का रोना छोड़ो और समस्या को हल करना शुरू करो...
बहुत समय पहले की बात है, एक गाँव में बहुत ही बुद्धिमान व्यक्ति रहता था जिसके पास अक्सर लोग अपने समस्या का समाधान लेकर आते थें और वह व्यक्ति लोगों की समस्या को हल भी कर देता था।
कुछ ऐसे लोग भी थें जो एक ही समस्या को लेकर रोज़ उस व्यक्ति के पास आते थें और अपने हालत का रोना रोते थें, इससे वह व्यक्ति भी परेशान हो गया था और सोचा की “इनको मैंने हल बता दिया है लेकिन ये लोग फिर भी मेरे पास उसी समस्या को लेकर रोज़ आते रहते हैं, कुछ तो करना पड़ेगा”
उसके बाद वह बुद्धिमान व्यक्ति उन लोगों एक चुटकुला सुनाता है और सभी लोग जोर जोर से हँसने लगते हैं।
उसके बाद फिर से वह व्यक्ति उसी चुटकुला को दोबारा सुनाता है और इस बार कुछ लोग सिर्फ मुस्कुराते हैं।
फिरसे वह व्यक्ति उसी चुटकुला को तीसरी बार उन्हें सुनाता है लेकिन इस बार कोई नहीं हँसता है।
फिर वह बुद्धिमान व्यक्ति इन सभी लोगों से कहता है की “अगर आप लोग एक ही चुटकुले पर बार बार नहीं हँस सकते हैं तो एक ही मुशीबत पर बार बार क्यों रोते हैं, इसके बजाये समस्या को हल करो।
इसी प्रकार हम भी अपने एक ही समस्या पर बार बार रोते हैं लेकिन उसको हल करने के लिए कुछ नहीं करते हैं। इसलिए मुशीबत का रोना छोड़ो और समस्या को हल करना शुरू करो।
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