जहा चाह वही राह.......

जहा चाह वही राह.......

एक बार की बात है, एक गरीब औरत थी जिसका नाम मनीषा था। वह एक छोटे से गाँव में अपने माता-पिता और छोटे भाई-बहनों के साथ रहती थी।
उसके पिता एक किसान थे, लेकिन खेत बहुत उपजाऊ नहीं था, और वे अक्सर किसी तरह से गुजारा करते थे।
मनीषा एक बुद्धिमान और जिज्ञासु लड़की थी। वह अपने आसपास की दुनिया के बारे में जानना पसंद करती थी।
वह एक वैज्ञानिक बनने का सपना देखती थी, लेकिन वह जानती थी कि अपने परिवार की वित्तीय स्थिति के कारण उसे अपना लक्ष्य हासिल करना मुश्किल होगा ।

एक दिन, मनीषा के पिता बीमार पड़ गए। वह काम करने में असमर्थ थे, और परिवार की आय और भी कम हो गई। मनीषा को अपने परिवार की मदद करने के लिए स्कूल छोड़ना पड़ा।

जहा चाह वही राह


मनीषा ने अपने परिवार का समर्थन करने के लिए कड़ी मेहनत की। उसने घरों की सफाई और खेतों में काम करने जैसे अजीब-अजीब काम किए।
उसने स्थानीय बाजार में सब्जियां बेचना भी शुरू किया। अपनी व्यस्त दिनचर्या के बावजूद, मनीषा ने वैज्ञानिक बनने के अपने सपने को कभी नहीं छोड़ा।
वह देर रात तक पढ़ाई करती थी और स्थानीय पुस्तकालय से किताबें उधार लेती थी। उसने घर पर भी अपने स्वयं के प्रयोग करना शुरू कर दिया।
कई सालों की कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के बाद, मनीषा ने आखिरकार अपने सपने को हासिल कर लिया। वह विश्वविद्यालय में दाखिला लिया और वैज्ञानिक बन गईं।
उन्होंने विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
मनीषा की कहानी हम सभी के लिए एक प्रेरणा है। यह दिखाता है कि अगर हम अपने दिमाग में रखते हैं और अपने सपनों को कभी नहीं छोड़ते हैं

तो कुछ भी संभव है। यह भी दिखाता है कि हमारे सपने को पूरा करने के लिए मेहनत भी करना महत्वपूर्ण है, भले ही यह मुश्किल हो।  

Comments

Popular posts from this blog

नजरिया बदलिए दुनिया अपने आप रंगीन नज़र आएगी..Powerful Motivational Quotes

सफलता का रहस्य - सुकरात

एक किसान और उसके पोते की कहानी !! Motivational Stories